भारत सहित पूरी दुनिया से पोलियो का टाइप 2 वायरस खत्म
हो चुका है, लेकिन
अब उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक कंपनी द्वारा बनाई गई पोलियो की पिलाई जाने
वाली दवा में ही यह वायरस मिला है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के कान खड़े हो गए
हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने दवाई के कुछ बैच में पोलियो टाइप 2 वायरस के अंश मिलने के बाद जांच के आदेश दिये हैं. वहीं कंपनी के प्रबंध निदेशक को गिरफ्तार कर लिया गया है. सिर्फ सरकार संचालित टीकाकरण कार्यक्रम के लिए पोलियो की दवाई की आपूर्ति करने वाली बायोमेड प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक को गिरफ्तार कर लिया गया.
केंद्रीय दवा नियामक ने इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने कंपनी से अगले आदेश तक दवा का उत्पादन, बिक्री और विपणन रोकने को कहा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने दवाई के कुछ बैच में पोलियो टाइप 2 वायरस के अंश मिलने के बाद जांच के आदेश दिये हैं. वहीं कंपनी के प्रबंध निदेशक को गिरफ्तार कर लिया गया है. सिर्फ सरकार संचालित टीकाकरण कार्यक्रम के लिए पोलियो की दवाई की आपूर्ति करने वाली बायोमेड प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक को गिरफ्तार कर लिया गया.
केंद्रीय दवा नियामक ने इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने कंपनी से अगले आदेश तक दवा का उत्पादन, बिक्री और विपणन रोकने को कहा है.
कंपनी में पांच निदेशक हैं. प्रबंध निदेशक को गिरफ्तार
कर लिया गया है.
यह मामला तब प्रकाश में आया जब उत्तर प्रदेश से निगरानी
रिपोर्टों में कुछ बच्चों के मल के नमूनों में विषाणु के संकेत मिले. इसके तत्काल
बाद दवा को जांच के लिए भेजा गया जिसमें इस बात की पुष्टि हुई कि इनमें से कुछ
टाइप 2 विषाणु से दूषित हैं.
उत्तर प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र सरकार को भी अलर्ट
किया कि कहीं वहां पर भी इस पोलियो दवा का इस्तेमाल न हो.