centralgyan Team will post its complete analysis in accordance with competitive exams(in ENGLISH). Till you could have a brief introduction of Economic Survey-2015.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम बजट से पहले वित्तीय वर्ष 2014-15 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया।
होता है इकोनॉमिक सर्वे
इकोनॉमिक सर्वे से पता चलता है कि सरकार के नीतिगत फैसलों का देश की अर्थव्यवस्था पर कैसा असर हुआ, कृषि और उद्योग के क्षेत्र में कितना विकास हुआ, देश में कितना और किस क्षेत्र में निवेश आया। ये तमाम जानकारियां इकॉनोमिक सर्वे में दी जाती हैं। इकोनॉमिक सर्वे भारत सरकार के वित्त मंत्रालय का फ्लैगशिप वार्षिक दस्तावेज है, जो विगत 12 महीने में भारतीय अर्थव्यवस्था में घटनाक्रमों की समीक्षा करता है और सरकार की नीतिगत पहलों तथा अल्पावधि से मध्यावधि में अर्थव्यवस्था की संभावनाओं पर विधिवत प्रकाश डालता है। इस दस्तावेज को बजट सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों में पेश किया जाता है।
> वित्त वर्ष 2015-2016 में 8.1 से 8.5 फीसदी जीडीपी ग्रोथ रहने की उम्मीद
> वित्त वर्ष 2014-15 में राज्यों की जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग की हिस्सेदारी घटी
> 2014-15 में जीडीपी में सब्सिडी की हिस्सेदारी 4.24 फीसदी रहने की उम्मीद
> 2013 के बाद से महंगाई दर में 6 फीसदी की कमी आई है।
> आधार से जुड़ी सब्सिडी ट्रांसफर को पोस्ट ऑफिस से जोड़ना जरूरी
> बीमा धारकों का आधार 2000-01 में 2.3 फीसदी के मुकाबले 2013-14 में 3.9 फीसदी रहा
> चालू खाता घाटा 1 फीसदी से कम रहने की उम्मीद
> महंगाई की दर 0.5 से 1 फीसदी रहने की उम्मीद, रिजर्व बैंक के लक्ष्य से नीचे रहेगी
> पहली बार दो वॉल्यूम में पेश हुआ इकोनॉमिक सर्वे
> सब्सिडी से हुई बचत का इस्तेमाल नए निवेश में किया जाएगा
> अप्रैल से दिसंबर के बीच महंगाई दर में आई कमी
> स्पेक्ट्रम और कोल ब्लॉक बेचने से बड़ी आमदनी की उम्मीद
> वित्त वर्ष 2014-15 में राज्यों की जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग की हिस्सेदारी घटी
> 2014-15 में जीडीपी में सब्सिडी की हिस्सेदारी 4.24 फीसदी रहने की उम्मीद
> 2013 के बाद से महंगाई दर में 6 फीसदी की कमी आई है।
> आधार से जुड़ी सब्सिडी ट्रांसफर को पोस्ट ऑफिस से जोड़ना जरूरी
> बीमा धारकों का आधार 2000-01 में 2.3 फीसदी के मुकाबले 2013-14 में 3.9 फीसदी रहा
> चालू खाता घाटा 1 फीसदी से कम रहने की उम्मीद
> महंगाई की दर 0.5 से 1 फीसदी रहने की उम्मीद, रिजर्व बैंक के लक्ष्य से नीचे रहेगी
> पहली बार दो वॉल्यूम में पेश हुआ इकोनॉमिक सर्वे
> सब्सिडी से हुई बचत का इस्तेमाल नए निवेश में किया जाएगा
> अप्रैल से दिसंबर के बीच महंगाई दर में आई कमी
> स्पेक्ट्रम और कोल ब्लॉक बेचने से बड़ी आमदनी की उम्मीद
अर्थव्यवस्था में सुधार का दावा
आम बजट से एक दिन पहले संसद में पेश किए गए इकोनॉमिक सर्वे में दावा किया गया है कि अर्थव्यवस्था में गिरावट का सिलसिला अब खत्म हो गया है। अब बड़े पैमाने पर सुधारों के मौके बन रहे हैं। सर्वे में 8 फीसदी से ज्यादा विकास दर का अनुमान व्यक्त किया गया है। इकोनॉमिक सर्वे में वित्त वर्ष 2014-15 में खाद्य उत्पादन 25.70 करोड़ टन रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है, जो पिछले पांच वर्ष के औसत प्रदर्शन से 85 लाख टन अधिक होगा। इसमें कहा गया है कि सरकार चुनौतियों के बावजूद 2014-15 में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 4.1 प्रतिशत के दायरे में रखने पर कायम है।
स्रोत : मनी भास्कर