अगर दिल में कुछ कर गुजरने की इच्छा और जूनून हो तो परिस्थितियां भी कुछ नहीं बिगाड़ सकती। इसी बात हो सही साबित किया है गोंडा की ज्योति चौरसिया ने। पापा चलाते हैं पान की दुकान, बेटी बन गई SDM: गोंडा की बेटी ने UPPSC में किया कमाल . अभी कुछ दिन पहले ही UPPSC का रिजल्ट घोषित हुआ है जिसमें लड़कियो ने अपनी कड़ी मेहनत से टॉप 10 में जगह बनाकर लोगों के लिए एक मिसाल पेश किया है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि UPPSC की परीक्षा में टॉप 10 में से 8 लड़कियां हैं। इस परीक्षा में सफलता हासिल करने वाली कुछ लड़कियाँ ऐसी हैं जिन्होंने इस सफलता के लिए अनेकों चुनौतियों का सामना किया है।
उन्हीं लड़कियों में से एक नाम ज्योति चौरसिया है, जिन्होंने कमजोर पारिवारिक पृष्ठभूमि होने के बावजूद भी कड़ी मेहनत और लगन से उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की परीक्षा में सफलता प्राप्त करके मिसाल पेश किया है।
पारिवारिक स्तिथि:
ज्योति चौरसिया (Jyoti Chaurasiya), उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के गोंडा के जानकीपुर इलाके की रहनेवाली हैं। ज्योति के पिता मूल रूप से देवरिया जिले के निवासी हैं और 97 से गोंडा आकर बस गए थे. उनके पिता पान की दुकान चलाकर घर-परिवार का भरण-पोषण करते हैं। कमजोर आर्थिक स्थिति के बावजूद भी ज्योति ने UPPSC की परीक्षा पास करके डिप्टी कलेक्टर बन गई हैं।
पाँचवे प्रयास में मिली सफलता:
UPPSC की परीक्षा में सफलता हासिल करना आसान नहीं था। ज्योति को इस परीक्षा में चार बार असफलता हाथ लगी इसके बावजूद भी उन्होंने हार नहीं माना और प्रयास करती रहीं। उनकी मेहनत रंग लाई और इस बार पांचवे प्रयास में UPPSC 2022 की परीक्षा में 21वां रैंक लाकर मिसाल पेश कर दिया।
माता-पिता को दिया सफलता का श्रेय:
UPPSC की परीक्षा पास करके डिप्टी कलेक्टर बनने वाली ज्योति चौरसिया ने सफलता का सारा श्रेय अपने माता-पिता को दिया है। उन्होंने बताया कि परीक्षा में असफलता हाथ लगने के बाद भी उनके माता-पिता की उनके उपर विश्वास में कमी नहीं आई और इसी विश्वास ने ज्योति को हमेशा प्रोत्साहित किया।