आईएएस बनने के नुकसान | IAS Banne Ke Nuksan
हम सभी लोग जानते हैं कि IAS का पद भारत के सर्वोच्च सरकारी नौकरियों में से एक है. हमारे देश के युवा का सपना IAS Officer बनने का होता है, लेकिन सभी का बनना संभव नहीं है, क्योंकि भारत की भारत के सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है UPSC की परीक्षा जो कि हर स्टूडेंट की बस की बात नहीं होती है UPSC की तैयारी के लिए पूरे लगन एवं मेहनत के साथ पढ़ाई करना होता है।
वैसे तो आप कहेंगे की ये तो बड़ा बेतुका सवाल है लेकिन ये सवाल कई बार खुद आईएएस की परीक्षा में ही पूछ आजाता हैं. अब हम बताने वाले हैं कि आईएएस बनने के नुकसान (IAS Banne Ke Nuksan) क्या क्या होते हैं? इसके बारे में पूरी जानकारी आपको यहां दी गई है.
IAS Officer बनने के निम्नलिखित नुकसान एवं हानियां है जैसे कि नीचे उल्लेख किया गया हैं:–
- कम वेतन (Low pay)
- कठिन कार्य (Hard Work)
- स्थानान्तरण (Transfers)
- कोई गोपनीयता नहीं (No Privacy)
- राजनीतिक हस्तक्षेप और धमकियाँ (Political Interference and Threats)
- भ्रष्टाचार व सिफारिश (Corruption and Recommendation)
- खतरनाक लेवल की जिम्मेदारियां (Huge Responsibilities)
- नेता लोगों का दबाव (Leaders or Work Pressure)
IAS बनने के नुकसान क्या-क्या है?
आजकल आपने जरुर सुना होगा की काफी सारे आईएएस ऑफिसर अपनी नौकरी से त्यागपत्र दे रहे हैं उदाहरण के तौर पर शशिकांत सेंथिल, कन्नन गोपीनाथन जैसे आईएएस ऑफिसर ने भी आखिर नौकरी से इस्तीफा दे दिया है.
एक बड़ा कारन ये माना जाता है की सही ढंग से आईएएस ऑफिसर को काम करने नहीं देते हैं। राजनीतिक पार्टियों से धमकियां भी मिलती है, जिसके कारण IAS Officer कमियां महसूस करते हैं लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं होना चाहिए क्योंकि ये भारत के कठिन परीक्षाओं में से एक है.
आईएएस ऑफिसर बनने के हानि (Disadvantages of becoming an IAS Officer)
आईएएस ऑफिसर बनने के हानि
1. स्थानान्तरण
स्थानांतरण को भी एक बड़ा नुकसान के तौर पर आप देख सकते हैं क्योंकि आईएएस अधिकारियों के स्थानांतरण काफी बार किया जाता है जिसके कारण उनके पारिवारिक जीवन के साथ साथ उनके कामों पर भी असर पड़ता है. बार-बार उनके फैमिली एवं बच्चों को भी स्थानांतरण करने होते हैं जिसके कारण काफी सारी परेशानियां होती है।
2. राजनीतिक हस्तक्षेप और धमकियां
यह भी आईएएस ऑफिसर बनने की कठिन सच्चाई है इसके साथ ही यह एक मुख्य नुकसान भी है। क्योंकि आपके क्षेत्र के पूरे जिले के प्रशासन को नियंत्रित करने के विशेषाधिकार एवं शक्तियां है। जिसका फायदा नेता लोग भी उठाने की कोशिश करते रहते हैं. और आप कर भी क्या सकते हैं.
जैसे कि हम सभी लोग जानते हैं कि आईएएस ऑफिसर की नौकरी भारत के सबसे सर्वश्रेष्ठ नौकरियों में से एक माना जाता है, लेकिन मंत्रियों एवं नेताओं का दबाव होते हैं जिसके कारण आईएएस ऑफिसर पूर्ण रूप से स्वतंत्र नहीं होते हैं आईएएस ऑफिसर का पद जितना बड़ा है उतना ही अधिक जटिल कार्य भी करने होते हैं।
जितने भी सारे आईएएस ऑफिसर इस्तीफा दे चुके हैं उनका मुख्य कारण यह ही है की राजनीतिक हस्तक्षेप एवं धमकियां जिसके कारण इस्तीफा दे चुके हैं।
3. कोई गोपनीयता नहीं
आपकी गोपनीयता के साथ समस्या हो सकती है। काम का अत्यधिक दबाव होता है आईएएस अधिकारियों के बार-बार तबादला किए जाते हैं। आईएएस ऑफिसर की जिंदगी खुद के साथ समय बिताने के लिए बहुत कम समय होते हैं।
आईएएस अधिकारी ज्यादातर समय समाज की समस्याओं को सुलझाने एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने में व्यस्त रहते हैं। अगर आप समस्या का समाधान ठीक ढंग से नहीं करते हैं तो इससे आपको मानसिक समस्या भी होने लगती है।
4. कम वेतन
जैसे कि हम सभी लोग जानते हैं कि भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है यूपीएससी इसी के अंतर्गत आईएएस, आईपीएस, आईएफएस जैसे ऑफिसर बनते हैं। कठिन परिश्रम के साथ पढ़ाई करने के बाद इस परीक्षा को पास कर पाते हैं।
इसके बावजूद भी इन ऑफिसर की सैलरी काफी कम होती हैं एक आईएएस अधिकारी की शुरुआती वेतन लगभग ₹56000 + भत्ते मिलते हैं। जबकि ऑफिसर की अधिकतम सैलरी की बात किया जाए तो ₹250000 तक हो सकते हैं।
भले ही आईएएस ऑफिसर की जॉब भारत की सर्वश्रेष्ठ सरकारी नौकरियों में से एक है, लेकिन इसकी सैलरी इतनी खास नहीं होती हैं। इन ऑफिसर की सैलरी से अच्छा तो कॉर्पोरेट कंपनियों में मिल जाते हैं। यह भी आप नुकसान के तौर पर समझ सकते हैं।
5. कठिन कार्य
यूपीएससी की परीक्षा को पास करना एक कठिन कार्य है, लेकिन जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती वैसे ही जो लोग पूरे लगन और मेहनत के साथ पढ़ाई करते रहने वालों के लिए यह कठिन परीक्षा भी आसान हो जाती हैं।
जब आप इस परीक्षा में क्वालीफाई करने के बाद ऑफिसर बन जाते हैं उसके बावजूद भी कई सारे कठिन कार्य करने पड़ते हैं। बहुत सारे लोगों को लगता होगा कि एक बार यूपीएससी की परीक्षा को पास करने के बाद जब ऑफिसर बन जाएंगे तब से आसान कार्य करने होंगे तो उन लोगों को मैं बताना चाहूंगा कि बिल्कुल भी ऐसा नहीं होता है।
6. बहुत बड़ी जिम्मेदारियां
आईएएस ऑफिसर की बड़ी-बड़ी चुनौतियां का सामना करना पड़ता है एवं इसके साथ ही आईएएस ऑफिसर को बहुत बड़ी जिम्मेदारियां भी सौंप दी जाती है वो भी खतरनाक लेवल की.
IAS Officer बनने के बाद केंद्र सरकार के द्वारा विभिन्न पदों में अलग-अलग पोस्टों पर नियुक्त किए जाते हैं। और अपने पोस्टों के अनुसार उनके कार्य को करने होते हैं आईएएस ऑफिसर की जिम्मेदारी बहुत ही बड़ी होती है। इसे भी IAS के नुकसान के तौर पर समझ सकते हैं।
FAQ’S
प्रश्न. क्या आईएएस बनना बहुत कठिन है?
उत्तर– जी हां IAS Officer बनना कठिन है, लेकिन जो भी पूरे मेहनत एवं लगन के साथ पढ़ाई करने के लिए इच्छुक हैं तो उनके लिए आसान ही है। यूपीएससी की परीक्षा को पास करने के बाद कठिन ट्रेनिंग से होकर गुजरना पड़ता हैं, बल्कि इतना ही नहीं इसके बाद भी इनके ऊपर काफी सारी दायित्वों एवं जिम्मेदारियां सौंपी जाती है। कुल मिला के कठिन तो है लेकिन असंभव भी नहीं.